Health Benefits of Vidarikand

विदारीकंद के 10 फायदे जो हर किसी को जानने चाहिए

विदारीकंद, जिसे भारतीय कुडज़ू भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। इसका वैज्ञानिक नाम “पुएरिया ट्यूबेरोसा” है। यह एक ऐसा पौधा है जो सालों-साल जिंदा रहता है और जमीन के नीचे कंद (गांठ) बनाता है।

यह जड़ी-बूटी ज्यादा नमी वाली जगहों पर उगती है और हिमालय से लेकर सिक्किम तक के इलाकों में आसानी से मिल जाती है। विदारीकंद एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी हैं जिसके फायदे निम्न प्रकार से देखे जा सकते हैं।

विदारीकंद से जुड़े 10 बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ

आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान से लेकर अभी के विज्ञान समर्थित अध्ययनों तक, विदारी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। मधुमेह, बवासीर और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों से लेकर धूम्रपान और शराब की लत जैसी खराब जीवनशैली एवं पुरुषों के लिए विदारीकंद लाभ भी आपके स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने और स्वाभाविक रूप से दीर्घायु प्राप्त करने में सहायता कर सकता है।

1. रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है

विदारीकंद में ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ताकत देते हैं। इसमें कुछ ऐसे प्राकृतिक गुण होते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत को बढ़ाते हैं। इसलिए यह एक प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करता है। आयुर्वेद में इसकी जड़ का इस्तेमाल एक ताकत बढ़ाने वाले टॉनिक के रूप में किया जाता है।

2. हृदय रोग से बचाता है

विदारीकंद दिल के लिए फायदेमंद होते हैं। यह खून में थक्का बनने से रोकते हैं, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल (जैसे एलडीएल और वीएलडीएल) को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें एक ज़रूरी तत्व प्यूरीन  होता है जो दिल की नसों को खोलने में मदद करता है, और दिल की मांसपेशियों की मरम्मत को बेहतर बनाता है। इससे हृदय की सेहत बेहतर बनी रहती है, खासकर उन लोगों के लिए जो दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं।

3. शराब पर निर्भरता कम करता है

शराब पीने की इच्छा को धीरे-धीरे कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेन्ट्स शरीर को अंदर से साफ़ करते हैं और कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। कुछ रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग ज्यादा शराब पीते थे, उन्होंने जब कुछ समय तक विदारीकंद लिया, तो उनकी शराब पीने की आदत कम हो गई।

यही वजह है कि विदारीकंद को शराब छोड़ने में मदद करने वाली असरदार आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में गिना जाता है और खास कर इस मामले में पुरुषों के लिए विदारीकंद लाभ ज्यादा देखे गएँ हैं । यह हमारे खास आयुर्वेदिक उत्पाद एडिक्शन किलर का भी एक मुख्य हिस्सा है।

4. श्वसन क्रिया में सुधार करता है

विदारीकंद में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बायोटिक और एंटी-अस्थमा गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करता है और मौसम में बदलाव से होने वाली समस्याओं से बचाता है, जिससे सांस लेने की प्रक्रिया बेहतर होती है।

5. पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है: 

विदारीकंद में दर्द कम करने, सूजन घटाने, और वायरस व बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण होते हैं। ये गुण गैस्ट्राइटिस (पेट की सूजन) को कम करने में मदद करते हैं। यह पेट में सूजन पैदा करने वाले रसायनों और गैस्ट्रिक एसिड के उत्पादन को घटाकर दर्द और परेशानी को कम करता है।

विदारीकंद का यह सूजन-रोधी गुण पाचन को सुधारता है और मल को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे बवासीर जैसी पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

6. घाव भरने को बढ़ावा देता है: 

विदारीकंद घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। इसके सूजन कम करने और बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण घाव की सूजन को घटाते हैं, नए ऊतक बनाने में मदद करते हैं, और त्वचा को ठीक कर सामान्य बनावट में लाने में सहायक होते हैं।

7. प्रजनन क्षमता और कामेच्छा को बढ़ाता है:

विदारीकंद आयुर्वेद में पुरुषों की कामेच्छा बढ़ाने, प्रजनन क्षमता सुधारने और टेस्टोस्टेरोन स्तर बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह शुक्राणु की गुणवत्ता और गतिशीलता को भी बेहतर बनाता है।

इसलिए विदारीकंद को Liv Muztang में शामिल किया गया है। साथ ही इस हर्बल सप्लीमेंट में मुलोन्डो और अन्य जड़ी-बूटियां भी शामिल हैं, कामेच्छा, शक्ति और सहनशक्ति बढ़ाता है तथा स्तंभन दोष में राहत देता है।

8. स्तनपान में मददगार:

विदारीकंद में गैलेक्टागॉग नामक तत्व होता है, जो प्रोलैक्टिन और कॉर्टिकोइड्स के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे स्तनपान और दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है। हालांकि, इस विषय पर वैज्ञानिक अनुसंधान सीमित है, इसलिए कुछ अस्पष्टताएं हो सकती हैं।

9. उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है:

विदारीकंद का प्युएरिन नामक घटक त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। यह झुर्रियों को कम करता है, त्वचा को बेहतर बनाता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।

10. रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है:

विदारीकंद में एंटीऑक्सिडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। यह अग्न्याशय (पैंक्रियास) की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है, जिससे इंसुलिन का उत्पादन और प्रभावी तरीके से काम करने की क्षमता बढ़ती है। इस तरह, विदारीकंद एक प्राकृतिक उपाय के रूप में रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

निष्कर्ष

विदारीकंद एक औषधीय जड़ी-बूटी है, जिसे विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। विदारीकंद के फायदे पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में देखे गए हैं, जिसका प्रयोग सामान्य सर्दी, फ्लू, और यौन स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के इलाज में उपयोग की जाती है।

हालांकि, यदि किसी व्यक्ति को कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है और वह पहले से ही डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयाँ ले रहा है, तो उसे बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी औषधीय जड़ी-बूटी या सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए।

Research Citations

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Dalal PK, Tripathi A, Gupta SK. Vajikarana: Treatment of sexual dysfunctions based on Indian concepts. Indian J Psychiatry. 2013 Jan;55(Suppl 2):S273-6. doi: 10.4103/0019-5545.105550. PMID: 23858267; PMCID: PMC3705695. https://doi.org/10.4103/0019-5545.105550.
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Bulugonda RK, Kumar KA, Gangappa D, Beeda H, Philip GH, Muralidhara Rao D, Faisal SM. Mangiferin from Pueraria tuberosa reduces inflammation via inactivation of NLRP3 inflammasome. Sci Rep. 2017 Feb 20;7:42683. doi: 10.1038/srep42683. PMID: 28218280; PMCID: PMC5316935. https://doi.org/10.1038/srep42683.
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